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Abdurahman Kunnath - Lab Pe Aati Hai Lyrics



Abdurahman Kunnath - Lab Pe Aati Hai Lyrics
Official




लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी
लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी
ज़िंदगी शम्मा की सूरत हो खुदा या मेरी
ज़िंदगी शम्मा की सूरत हो खुदा या मेरी
लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी
हो मेरे दम से यूँ ही मेरे वतन की ज़ीनत
जिस तरह फूल से होती है चमन की ज़ीनत
ज़िंदगी हो मेरी परवाने की सूरत या रब
इल्म की शम्मा से हो मुझको मोहब्बत या रब
हो मेरा काम गरीबों की हिमायत करना
दर्दमंदों से ज़ईफ़ों से मोहब्बत करना
मेरे अल्लाह आ आ आ आ आ आ
मेरे अल्लाह बुराई से बचाना मुझको
नेक जो राह हो यूयेसेस रह पे चलाना मुझको
मेरे अल्लाह बुराई से बचाना मुझको
नेक जो राह हो उस रह पे चलाना मुझको
मेरे अल्लाह बुराई से बचाना मुझको
नेक जो राह हो उस रह पे चलाना मुझको
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लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी
लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी
ज़िंदगी शम्मा की सूरत हो खुदा या मेरी
ज़िंदगी शम्मा की सूरत हो खुदा या मेरी
लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी
हो मेरे दम से यूँ ही मेरे वतन की ज़ीनत
जिस तरह फूल से होती है चमन की ज़ीनत
ज़िंदगी हो मेरी परवाने की सूरत या रब
इल्म की शम्मा से हो मुझको मोहब्बत या रब
हो मेरा काम गरीबों की हिमायत करना
दर्दमंदों से ज़ईफ़ों से मोहब्बत करना
मेरे अल्लाह आ आ आ आ आ आ
मेरे अल्लाह बुराई से बचाना मुझको
नेक जो राह हो यूयेसेस रह पे चलाना मुझको
मेरे अल्लाह बुराई से बचाना मुझको
नेक जो राह हो उस रह पे चलाना मुझको
मेरे अल्लाह बुराई से बचाना मुझको
नेक जो राह हो उस रह पे चलाना मुझको
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Writer: Muhammed Iqbal
Copyright: Lyrics © O/B/O DistroKid




Performed By: Abdurahman Kunnath
Length: 2:36
Written by: Muhammed Iqbal
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