[ Featuring Ruchika Chauhan ]
तू तो जाने है ना
तुझे सब पता
जो रोग मेरा
जो भी ठिकाने पे था
है अब ना रहा
ये मन मनचला
जो उमर भर सफ़र
की देते जुबां
है सब लापता
ले तू आघोष में
हो जब तक सुबह
आ कर ले खता
ये ज़माना क्यों चाहे
छुड़ाना है साथ तेरा
तू भी तो देती बता
है कमाना अगर
जिंदगी मैं मोहब्बतें
तो संग तेरे ही है गवां
पेग दारिया
पेग दारिया
पेग दारिया
पेग दारिया
आ आ आ आ
तेरी यारी पे हम
मरते रहे मरते रहे
तुझसे दिल के जखम
भरते रहें भरते रहें
जो भी मिलती ख़तम
करते रहें करते रहें
गम पे रख के कदम
ऊपर हम चढ़ते रहें
हरदम तेरी यारियों में
जख्मो पे मेरे
अपनों सा मरहम मला
बर्फ की पर तो साथी ने
दी नहीं सही पर
तुझमे मिलके गम मेरा गला
दिल लगाना ज़माने से
महंगा पड़ा मुझे क्यों
टुटा ये हर मर्तबा
है कामना अगर
जिंदगी मैं मोहब्बतें
तो संग तेरे ही है गवां
पेग दारिया
पेग दारिया
पेग दारिया
पेग दारिया