तेरा यह जहाँ मुझे अपना सा लगा
तेरी आशिक़ी में डूबा मैं रहूं
हर कदम तू मेरे साथ रहा
तो यूही कैसे भुला दू तुझे वोवो
तू जहा मैं रहूँगा वाहा
तुझे छोड़के ना जाऊँगा कही
कुछ तो है, पर क्या पता
इसे कहने से खो दूँगा सब कुछ
प्यार है मुझे तुमसे जानेजाँ
पर कैसे मैं तुमको समझाओ
तेरा यह जहाँ मुझे अपना सा लगा
तेरी आशिक़ी में डूबा मैं रहूं
मेरी ज़िंदगी में तेरी थी कमी
अब तू जो मिल गया वोवो
मुझे ना पता तेरे बिन कैसे जियु (बिन कैसे जियु)
तेरी आदत सी होने लगी है
ये नज़र तेरी, मुझसे है कह रही
की तुम्हे भी मोहोब्बत हुई हैं
कुछ तो है, पर क्या पता
तुम्हे खोने से डरता हू थोड़ा
प्यार है मुझे तुमसे जानेजाँ
पर कैसे मैं तुमको समझाओ
तेरा यह जहाँ मुझे अपना सा लगा
तेरी आशिक़ी में डूबा मैं रहूं
मेरी ज़िंदगी में तेरी थी कमी
अब तू जो मिल गया वोवो
तेरा यह जहाँ मुझे अपना सा लगा
तेरी आशिक़ी में डूबा मैं रहूं
मेरी ज़िंदगी में तेरी थी कमी
अब तू जो मिल गया वोवो
तेरा यह जहाँ