भीगी भीगी सी है रातें
भीगी भीगी यादें, भीगी भीगी बातें
भीगी भीगी आँखों में कैसी नमी है
आ हा हा हा
हाए अंदर अंदर से टूटा मैं
तेरे इश्क़ मे खुद ही से रूठा मैं
हाए अंदर अंदर से टूटा
मैं तेरे इश्क़ मे खुद ही से रूठा मैं
वो हो हो हो हो
तूने क्या कर डाला, मर गयी मैं, मिट गयी मैं
हो जी हाँ जी हो गयी मैं तेरी दीवानी
हाए दीवानी तेरी दीवानी हाए दीवानी
कोई शाम बुलाए कोई दाम लगाए
मैं भी ऊपर से हंसता पर अंदर से हाय
क्यों दर्द छुपाए बैठी हूँ तू मुझसे कहती है
ऐसी चुप तू लगा के गयी
सारी खुशियाँ खा के गयी
खामोशियाँ तेरी मेरी, खामोशियाँ
खामोशियाँ लिपटी हुई, खामोशियाँ