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Toilet Ka Jugaad Video (MV)




Performed By: Akshay Kumar
Featuring:
Length: 4:32
Written by: GARIMA WAHAL, SIDDHARTH SINGH, VICKEY PRASAD




Akshay Kumar - Toilet Ka Jugaad Lyrics
Official




[ Featuring ]

दुनिया चली मार्स पे
चाँद ज़मीन पे बिक रयो
अरे ब्लैक एंड वाइट से कलर हुआ
अब थ्रीडी में सब दिख रयो
दुनिया चली मार्स पे
चाँद ज़मीन पे बिक रयो
ब्लैक एंड वाइट से कलर हुआ
अब थ्रीडी में सब दिख रयो
हज़ारों चढ़ गये एवरेस्ट का पहाड़
हज़ारों चढ़ गये एवरेस्ट का पहाड़
भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
ओ भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
कब तक लेगो तू पेड़ों की आड़
भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
ओ भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़

पब्लिक में भर दो लाज सरम
सभ्यता यही सिखाये
घूँघट खेँचो पेट तक
बैठो साड़ी उठाये
भाभी निकली तड़के तड़के
रस्ते खड़े लड़के रहे ताड़
सुन ले क्या नेचर की पुकार
भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
ओ भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
कब तक लेगो तू खम्बो की आड़
भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
ओ भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़

टूरिस्ट देखे क़िले और महल जो
देस की सान बढ़ाए
हम तो समझ के बाप का माल
कोने भिगो के आये
बास मारे अब अपनी विरासत
नास हुआ आचार विचार
तेल देख तू तेल की धार
ओ भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
महक रही हैं देस की गलियाँ
साँस लेना हो गयो मुहाल
स्वच्छ बनेगा भारत ख़ुद ही
देख ले अपने घर का हाल
नदी किनारे बैठेगा तू
सब पानी में मिल जाएगो
वही बहेगा नालकों से
फिर उसको ही तू पी जाएगो
हाथ में ले के इज़्ज़त अपनी
खड़ा है तू क्यूँ मैदानो में
दिखे कोई जो धार मारता
रपट लिखा दो तुम थानों में
खुले में है जो शान अगर
तो धोती पहनना छोड़ दे
हर चीज़ परम्परा नहीं रे प्यारे
आड़ तू लेना छोड़ दे
आड़ तू लेना छोड़ दे आड़ तू लेना छोड़ दे
बिल कर्मों का ना सभ्यता पे फाड़
भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
ओ भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
कब तक लेगो तू पेड़ों की आड़
भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
ओ भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
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दुनिया चली मार्स पे
चाँद ज़मीन पे बिक रयो
अरे ब्लैक एंड वाइट से कलर हुआ
अब थ्रीडी में सब दिख रयो
दुनिया चली मार्स पे
चाँद ज़मीन पे बिक रयो
ब्लैक एंड वाइट से कलर हुआ
अब थ्रीडी में सब दिख रयो
हज़ारों चढ़ गये एवरेस्ट का पहाड़
हज़ारों चढ़ गये एवरेस्ट का पहाड़
भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
ओ भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
कब तक लेगो तू पेड़ों की आड़
भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
ओ भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़

पब्लिक में भर दो लाज सरम
सभ्यता यही सिखाये
घूँघट खेँचो पेट तक
बैठो साड़ी उठाये
भाभी निकली तड़के तड़के
रस्ते खड़े लड़के रहे ताड़
सुन ले क्या नेचर की पुकार
भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
ओ भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
कब तक लेगो तू खम्बो की आड़
भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
ओ भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़

टूरिस्ट देखे क़िले और महल जो
देस की सान बढ़ाए
हम तो समझ के बाप का माल
कोने भिगो के आये
बास मारे अब अपनी विरासत
नास हुआ आचार विचार
तेल देख तू तेल की धार
ओ भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
महक रही हैं देस की गलियाँ
साँस लेना हो गयो मुहाल
स्वच्छ बनेगा भारत ख़ुद ही
देख ले अपने घर का हाल
नदी किनारे बैठेगा तू
सब पानी में मिल जाएगो
वही बहेगा नालकों से
फिर उसको ही तू पी जाएगो
हाथ में ले के इज़्ज़त अपनी
खड़ा है तू क्यूँ मैदानो में
दिखे कोई जो धार मारता
रपट लिखा दो तुम थानों में
खुले में है जो शान अगर
तो धोती पहनना छोड़ दे
हर चीज़ परम्परा नहीं रे प्यारे
आड़ तू लेना छोड़ दे
आड़ तू लेना छोड़ दे आड़ तू लेना छोड़ दे
बिल कर्मों का ना सभ्यता पे फाड़
भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
ओ भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
कब तक लेगो तू पेड़ों की आड़
भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
ओ भैया धाड़ धाड़ धाड़ कर ले
अब तो टॉयलेट का जुगाड़
[ Correct these Lyrics ]
Writer: GARIMA WAHAL, SIDDHARTH SINGH, VICKEY PRASAD
Copyright: Lyrics © Universal Music Publishing Group

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