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Bahon Ke Darmiyan Video (MV)




Performed By: Alka Yagnik
Featuring:
Length: 6:49
Written by: JATIN LALIT, MAJROOH SULTANPURI




Alka Yagnik - Bahon Ke Darmiyan Lyrics
Official




[ Featuring ]

में अँन्नी मां पापा का वो नामुमकिन सपना
जो सच हुआ हे में उनके दिल की धड़कन हु
जिसे वो सुन नहीं सकते
में उनकी पहचान हु उनकी आवाज़ हु
हमारी छोटी सी दुनिया हे सिर्फ तीनो की
लेकिन में आसमान को छूना चाहती हु
गाना चाहती हु
आवाज़ और ख़ामोशी टकराते गए
फिर भी सपने ज़िंदा हे
हेना ये नामुमकिन सपना
लेकिन वो ज़िन्दगी ही क्या
जिसमे कोई नामुमकिन सपना न हो

बाहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे है
बाहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे है
जाने क्या बोले मन डोले सुनके बदन
धड़कन बनी ज़ुबां
बाहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे है
जाने क्या बोले मन डोले सुनके बदन
धड़कन बनी ज़ुबां बाहों के दरमियाँ

खुलते बंद होते लबों की ये अनकही
खुलते बंद होते लबों की ये अनकही
मुझसे कह रही हैं के बढ़ने दे बेखुदी
मिल यूँ के दौड़ जाएँ नस नस में बिजलियाँ
बाहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे है
जाने क्या बोले मन डोले सुनके बदन
धड़कन बनी ज़ुबां बाहों के दरमियाँ

आसमां को भी ये हसीं राज है पसंद
आसमां को भी ये हसीं राज है पसंद
उलझी उलझी साँसों की आवाज है पसंद
मोती लूटा रही है सावन की बदलियाँ
बाहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे है
बाहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे है
जाने क्या जाने क्या बोले मन बोले मन
डोले सुनके बदन
धड़कन बनी ज़ुबां बाहों के दरमियाँ
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में अँन्नी मां पापा का वो नामुमकिन सपना
जो सच हुआ हे में उनके दिल की धड़कन हु
जिसे वो सुन नहीं सकते
में उनकी पहचान हु उनकी आवाज़ हु
हमारी छोटी सी दुनिया हे सिर्फ तीनो की
लेकिन में आसमान को छूना चाहती हु
गाना चाहती हु
आवाज़ और ख़ामोशी टकराते गए
फिर भी सपने ज़िंदा हे
हेना ये नामुमकिन सपना
लेकिन वो ज़िन्दगी ही क्या
जिसमे कोई नामुमकिन सपना न हो

बाहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे है
बाहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे है
जाने क्या बोले मन डोले सुनके बदन
धड़कन बनी ज़ुबां
बाहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे है
जाने क्या बोले मन डोले सुनके बदन
धड़कन बनी ज़ुबां बाहों के दरमियाँ

खुलते बंद होते लबों की ये अनकही
खुलते बंद होते लबों की ये अनकही
मुझसे कह रही हैं के बढ़ने दे बेखुदी
मिल यूँ के दौड़ जाएँ नस नस में बिजलियाँ
बाहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे है
जाने क्या बोले मन डोले सुनके बदन
धड़कन बनी ज़ुबां बाहों के दरमियाँ

आसमां को भी ये हसीं राज है पसंद
आसमां को भी ये हसीं राज है पसंद
उलझी उलझी साँसों की आवाज है पसंद
मोती लूटा रही है सावन की बदलियाँ
बाहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे है
बाहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे है
जाने क्या जाने क्या बोले मन बोले मन
डोले सुनके बदन
धड़कन बनी ज़ुबां बाहों के दरमियाँ
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Writer: JATIN LALIT, MAJROOH SULTANPURI
Copyright: Lyrics © Universal Music Publishing Group

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