बुलबुल बोले
बुलबुल बोले अँगना मेरे
बुलबुल बोले अँगना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे
पूछे मुझसे कंगना मेरे
पूछे मुझसे कंगना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे
बागों से कलियो से फिजाओ से पुँछू
खुशबू उड़ाती इन हवाओं से पुँछू
बागों से कलियो से फिजाओ से पुँछू
खुशबू उड़ाती इन हवाओं से पुँछू
मौसम मिलन का कब आएगा
कब तक मुझे वो तड़पाएगा
मेरा परदेसी पिया कब आएगा क्या पता
क्या पता क्या पता
बुलबुल बोले अँगना मेरे
बुलबुल बोले अँगना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे
मेरे तो सपनो में है उसका चेहरा
जाने कब आएगा वो बांध के सेहरा
मेरे तो सपनो में है उसका चेहरा
जाने कब आएगा वो बांध के सेहरा
बनके दुल्हन मैं मुस्काऊँगी
सज़के सजन के घर जाऊँगी
सेज़ सजेगी कब महकी बहारें तू बता
तू बता तू बता
बुलबुल बोले अँगना मेरे
बुलबुल बोले अँगना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे
पूछे मुझसे कंगना मेरे
पूछे मुझसे कंगना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे