कुरते की बैया को ऊपर चढ़ाई के
मस्ती में रहते है पनवा चबाई के
कुरते की बैया को ऊपर चढ़ाई के
मस्ती में रहते है पनवा चबाई के
खैनी में थोडा सा चूना मिलाई के
खैनी में थोडा सा चूना मिलाई के
भैया तुम भी देखो ज़रा ठसका लागै के
कुरते की बैया को
अरे कुरते की बैया को
हम है बनारस के बांके बिहारी
आँखों से काजल चुरा ले तुम्हारी
हम है बनारस के बांके बिहारी
आँखों से काजल चुरा ले तुम्हारी
दुनिया है नहला हम नहले पे दहला
हर बार अपना तो नंबर है पहला
आगे ससुर के नाती सुन
आगे जो निकले कोई हम से छैला
ससुरे को दे उलटा लाफ़ा जमाई के
कुरते की बैया को
हाय कुरते की बैया को
कुरते की बैया को ऊपर चढ़ाई के
मस्ती में रहते है पनवा चाबै के
लहरे मारे मेरी जवानी
गंगा घाट का पि के पानी
लहरे मारे मेरी जवानी
देखो नहीं करना नादानी
ये आग है जिसे समझे हो पानी
ये आग है जिसे समझे हो पानी
रपट गया
रपट गया दिल तुझपे ओ रानी
क्यों करती है आनाकानी
तुम जानते हो की मैं हूँ दीवानी
तुम जानते हो की मैं हूँ दीवानी
महगी पड़ेगी राजा नज़ारे लड़नी
कुरते की बैया को
कुरते की बैया को
ठुमका लगाई के ये धरती हिले दे
जिसको भी चाहे उसको नचाइ दे
अरे अरे ठुमका लगाई के ये धरती हिले दे
जिसको भी चाहे उसको नाचै दे
घुघते में चेहरा
छिपाती है गोरिया
हमको जो देखे तो
खानकाहे चुडिया
बचवा बचवा अरे
बचवा बजा धोलकी रैग जमाई के
रख दे करेजवा पे बरछी चलाई के
कुरते की बैया को
कुरते की बैया को (आ आ आ )