ऐ हे ऐ ऐ ऐ
सूना सूना जोबन
सपने सावन सावन
खाली खाली नैना
न रोवन न गावन
सूना सूना जोबन
सूना सूना जोबन
सपने सावन सावन
खाली खाली नैना
न रोवन न गावन
कैसा है दर्द मेरा
कैसे कहूँ ओ माँ
कैसा है दर्द मेरा
कैसे कहूँ ओ माँ
दर्दों से यारियाँ हुयी
अपनों से दूरियां हुयी
जी के भी ना जी पायी मैं
ऐसी मजबूरियाँ हुईं
देखा न निगाहों में निगाहें डाल के
रोई ना मैं तेरे गले बाहें डाल के
कैसा है दर्द मेरा
कैसे कहूँ ओ माँ
छोटे मोटे दुःखों का हिसाब
जोड़ा भी है जोड़ा भी नहीं
माए नी हालातों ने मुझे
तोडा भी है तोडा भी नहीं
बदली है माये मेरी जीने की अदा
औरो जैसी होक भी हूँ औरों से जुदा
कैसा है दर्द मेरा आ
कैसे कहूँ ओ माँ
तू सब कुछ सब कुछ रे
तू सब कुछ सब कुछ रे
तू सब कुछ सब कुछ रे