[ Featuring Dhruv Singh ]
क्या हुआ असर तेरे साथ रह कर ना जाने
कि होश मुझे ना रहा
लफ़्ज़ मेरे थे ज़ुबाँ पे आ के रुके
पर हो ना सके वो बयाँ
हम्म, धड़कन तेरा ही नाम जो ले
आँखें भी पैग़ाम ये दे
तेरी नज़र का ही ये असर है
मुझ पे जो हुआ
इस दर्द-ए-दिल की सिफ़ारिश अब कर दे कोई यहाँ
कि मिल जाए इसे वो बारिश जो भिगा दे पूरी तरह