चाहत के रंग चढ़ने लगे
चाहत के रंग चढ़ने लगे
दुनिया के रंग उतरने लगे
एहसास क्या दिल मे जगे
ये कैसे सपने सँवरने लगे
चाहत के रंग चढ़ने लगे
दुनिया के रंग उतरने लगे
किसी की नज़र जाने क्या कह गयी
किसी की नज़र जाने क्या कह गयी
के मैं तो खड़ी देखती रह गयी
उठाकर बदन मे ये तूफान कैसा
उठाकर बदन मे ये तूफान कैसा
के तिनके की वानिंद के मैं बह गयी
दिल पे कहाँ काबू रहा
दिल पे कहाँ काबू रहा
हम हद से आगे गुजरने लगे
चाहत के रंग चढ़ने लगे
दुनिया के रंग उतरने लगे
निगाहो से मस्ती छलकने लगी
निगाहो से मस्ती छलकने लगी
ये हर साँस मेरी बहकने लगी
ये चेहरे पे झलका नया नूर कैसा
ये चेहरे पे झलका नया नूर कैसा
ये होंठो की लाली दहकने लगी
सूरत ये क्या दिल मे बसी
सूरत ये क्या दिल मे बसी
हम अपनी सूरत पे मरने लगे
एहसास क्या दिल मे जगे
ये कैसे सपने सँवरने लगे
चाहत के रंग चढ़ने लगे
दुनिया के रंग उतरने लगे
ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म