कैसे कह दूँ मुझे
कैसे कह दूँ मुझे क्या हो गया
क्या हो गया
कैसे कह दूँ मुझे
कैसे कह दूँ मुझे क्या हो गया
क्या हो गया
जो सर्दी के कपड़ो मे आता है
करके बेचैन मुझको जागता था
आज देखा उसको मेरा दिल खो गया
कैसे कह दूँ मुझे कैसे कह दूँ मुझे क्या हो गया
क्या हो गया
जब से नज़रिया उस से लड़ी
चैन ना पाया घड़ी दो घड़ी
में तो सोच ही रही हू खड़ी ही खड़ी
क्या मुझपे मुसीबत आन पड़ी
कोई तो बता दे कोई समझा दे
मेरा दिल क्यू मुझसे जुड़ा हो गया
कैसे कह दूँ मुझे ओ
कैसे कह दूँ मुझे क्या हो गया
क्या हो गया
कूहु कूहु करके काली कोयलिया
देखो मुझको ताने मारे
अब तो आजा ओ बेदर्दी
बैटी हू में मन को हारे
कोई देखे उसे कोई ढूंढे उसे
वो बेदर्दी सा मेरा कहा खो गया
कैसे कह दूँ मुझे कैसे कह दूँ मुझे क्या हो गया
क्या हो गया
जो सर्दी के कपड़ो मे आता है
करके बेचैन मुझको जागता था
आज देखा उसे तो मेरा दिल खो गया
कैसे कह दूँ उसे ओ कैसे कह दूँ उसे