Back to Top Down To Bottom

Tumhen Bhool Jane Ka Haq Hai Magar Video (MV)


Click here to scroll the video with page


Performed By: Asha Bhosle
Length: 4:56
Written by: HAASAN KAMAL, RAHUL DEV BURMAN
[Correct Info]



Asha Bhosle - Tumhen Bhool Jane Ka Haq Hai Magar Lyrics
Official




तुम्हे भूल जाने का हक़ है अगर
हमे हक़ मुहब्बत निभाने का है
तुम्हे भूल जाने का हक़ है अगर
हमे हक़ मुहब्बत निभाने का है
अभी से तुम्हे क्या बताएँ भला
की अंज़ाम क्या इस फसाने का है
तुम्हे भूल जाने का हक़ है अगर
वफ़ाओं के रिस्ते नही टूटते
यह बंधन बँधे तो नही छूटते
ज़रा यह उन्हे भी बता दे कोई
जिन्हे शोख दामन छुड़ाने का है
तुम्हे भूल जाने का हक़ है अगर
नज़र में कोई और दिल में कोई
किसी से वफ़ा और किसी पे सितम
हमें तुमसे कोई शिकायत नही
की दस्तूर सारे जमाने का है
तुम्हे भूल जाने का हक़ है अगर
हमारे लिए थी जो दिल की लगी
किसी के लिए दिल्लगी बन गयी
हमें यूँ हसाया की हम रो दिए
तरीका नया दिल लगाने का है
तुम्हे भूल जाने का हक़ है अगर
हमें हक़ मुहब्बत निभाने का है
अभी से तुम्हे क्या बताएँ भला
की अंज़ाम भला इस फसाने का है
तुम्हे भूल जाने का हक़ है अगर
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics in English. If you would like to submit them, please use the form below.

[ Or you can Request them: ]

We currently do not have these lyrics in . If you would like to submit them, please use the form below.

[ Or you can Request them: ]

(Hover over each line to highlight the row. Click to keep it highlighted)


तुम्हे भूल जाने का हक़ है अगर
हमे हक़ मुहब्बत निभाने का है
तुम्हे भूल जाने का हक़ है अगर
हमे हक़ मुहब्बत निभाने का है
अभी से तुम्हे क्या बताएँ भला
की अंज़ाम क्या इस फसाने का है
तुम्हे भूल जाने का हक़ है अगर
वफ़ाओं के रिस्ते नही टूटते
यह बंधन बँधे तो नही छूटते
ज़रा यह उन्हे भी बता दे कोई
जिन्हे शोख दामन छुड़ाने का है
तुम्हे भूल जाने का हक़ है अगर
नज़र में कोई और दिल में कोई
किसी से वफ़ा और किसी पे सितम
हमें तुमसे कोई शिकायत नही
की दस्तूर सारे जमाने का है
तुम्हे भूल जाने का हक़ है अगर
हमारे लिए थी जो दिल की लगी
किसी के लिए दिल्लगी बन गयी
हमें यूँ हसाया की हम रो दिए
तरीका नया दिल लगाने का है
तुम्हे भूल जाने का हक़ है अगर
हमें हक़ मुहब्बत निभाने का है
अभी से तुम्हे क्या बताएँ भला
की अंज़ाम भला इस फसाने का है
तुम्हे भूल जाने का हक़ है अगर
[ Correct these Lyrics ]
Writer: HAASAN KAMAL, RAHUL DEV BURMAN
Copyright: Lyrics © Royalty Network

Back to: Asha Bhosle

Tags:
No tags yet