ऐ ऐ ऐ ऐ ऐ ऐ ऐ ऐ
यह रंग ए महफ़िल बहके हुए दिल
नगमा है और साज़ है
यह रंग ए महफ़िल बहके हुए दिल
नगमा है और साज़ है
आओ कह दे आज दिल में
जो भी तेरे मेरे राज़ है
यह रंग ए महफ़िल बहके हुए दिल
नगमा है और साज़ है
आज वो जलवो के रंग
मचल के छलका दू
और ये हंगामा चलता
रहे न हल्का हो
ऊ हम भी तो देखे तेरी
अदाए क्या तेरा अंदाज़ है
आओ कह दे आज दिल में
जो भी तेरे मेरे राज़ है
है है
यह रंग ए महफ़िल बहके हुए दिल
नगमा है और साज़ है
चाहिए क्या उसको
जिसको किसी का प्यार मिले
यार की अलबेली दो बाहो का हार मिले
हो जब से मिला है ये प्यार तेरा
खुद पर मुझे नाज़ है
आओ कह दे आज दिल में
जो भी तेरे मेरे राज़ है
है है
यह रंग ए महफ़िल बहके हुए दिल
नगमा है और साज़ है