Back to Top

Atif Aslam - Hum Kis Galli Jaa Rahe Hai [Jhankar] Lyrics



Atif Aslam - Hum Kis Galli Jaa Rahe Hai [Jhankar] Lyrics
Official




हम किस गली जा रहे हैं
हम किस गली जा रहे हैं
अपना कोई ठिकाना नही
अपना कोई ठिकाना नही

अरमानों की अंजुमन में
बेसुध हैं अपनी लगन में
अपना कोई फ़साना नहीं
अपना कोई फ़साना नहीं
ये ई ये ई ये ई ये
ओओ ओओ
ये ई ये ई ये ई ये
ओओ ओओ ओओ
ये ई ये ई ये ई ये

इक अजनबी सा चेहरा, रहता है मेरी नज़र में
इक दर्द आके ठहरा, दिन रात दर्दे जिगर में
इक अजनबी सा चेहरा, रहता है मेरी नज़र में
इक दर्द आके ठहरा, दिन रात दर्दे जिगर में
जागी है कैसी तलब सी ये आरज़ू है अज़ब सी
लेकिन किसी को बताना नहीं
लेकिन किसी को बताना नहीं
हम किस गली जा रहे हैं
हम किस गली जा रहे हैं
अपना कोई ठिकाना नहीं
अपना कोई ठिकाना नहीं

बेताबियां हैं पल पल, छाया ये कैसा नशा है
खामोशियों में सदा, होश भी गुम शुदा है
बेताबियां हैं पल पल, छाया ये कैसा नशा है
खामोशियों में सदा, होश भी गुम शुदा है
दर दर क्या घूमता है मस्ती मे क्यों झूमता है
दीवाने दिल ने जाना नही
दीवाने दिल ने जाना नही
हम किस गली जा रहे हैं
हम किस गली जा रहे हैं
अपना कोई ठिकाना नहीं
अपना कोई ठिकाना नहीं
अपना कोई ठिकाना नहीं
अपना कोई ठिकाना नहीं
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




हम किस गली जा रहे हैं
हम किस गली जा रहे हैं
अपना कोई ठिकाना नही
अपना कोई ठिकाना नही

अरमानों की अंजुमन में
बेसुध हैं अपनी लगन में
अपना कोई फ़साना नहीं
अपना कोई फ़साना नहीं
ये ई ये ई ये ई ये
ओओ ओओ
ये ई ये ई ये ई ये
ओओ ओओ ओओ
ये ई ये ई ये ई ये

इक अजनबी सा चेहरा, रहता है मेरी नज़र में
इक दर्द आके ठहरा, दिन रात दर्दे जिगर में
इक अजनबी सा चेहरा, रहता है मेरी नज़र में
इक दर्द आके ठहरा, दिन रात दर्दे जिगर में
जागी है कैसी तलब सी ये आरज़ू है अज़ब सी
लेकिन किसी को बताना नहीं
लेकिन किसी को बताना नहीं
हम किस गली जा रहे हैं
हम किस गली जा रहे हैं
अपना कोई ठिकाना नहीं
अपना कोई ठिकाना नहीं

बेताबियां हैं पल पल, छाया ये कैसा नशा है
खामोशियों में सदा, होश भी गुम शुदा है
बेताबियां हैं पल पल, छाया ये कैसा नशा है
खामोशियों में सदा, होश भी गुम शुदा है
दर दर क्या घूमता है मस्ती मे क्यों झूमता है
दीवाने दिल ने जाना नही
दीवाने दिल ने जाना नही
हम किस गली जा रहे हैं
हम किस गली जा रहे हैं
अपना कोई ठिकाना नहीं
अपना कोई ठिकाना नहीं
अपना कोई ठिकाना नहीं
अपना कोई ठिकाना नहीं
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Sachin Gupta
Copyright: Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC

Back to: Atif Aslam



Atif Aslam - Hum Kis Galli Jaa Rahe Hai [Jhankar] Video
(Show video at the top of the page)

Tags:
No tags yet