एक अधूरी सी मुलाक़ात हुई थी जिनसे
एक अधूरी सी मुलाक़ात हुई थी जिनसे
जाने अब उन से मुलाक़ात कभी हो के न हो
एक अधूरी सी मुलाक़ात हुई थी जिनसे
जिस हँसी राह पे हम
साथ चले थे कुछ दिन
जिस हँसी राह पे हम
साथ चले थे कुछ दिन
जाने उस राह पे अब
साथ कभी हो के न हो
जिस हँसी राह पे हम
साथ चले थे कुछ दिन
ज़िन्दगी को किसी चेहरे
का उजाला ना मिला
ज़िन्दगी को किसी चेहरे
का उजाला ना मिला
थक गए पाँव मगर
कोई साया ना मिला
उनकी ज़ुल्फो के तले
रात कभी हो के ना हो
एक अधूरी सी मुलाक़ात हुई थी जिनसे
हमनें सोचा था के अब
साथ ना छूटेगा कभी
हमनें सोचा था के अब
साथ ना छूटेगा कभी
ज़िन्दगी भर का यें बंधन
हैं ना टूटेगा कभी
दो घडी भी मगर
अब साथ कभी हो के न हो
जिस हँसी राह पे हम
साथ चले थे कुछ दिन
जाने उस राह पे अब
साथ कभी हो के न हो
एक अधूरी सी मुलाक़ात हुई थी जिनसे
जाने अब उन से मुलाक़ात कभी हो के न हो
ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म