आ आ
आ आ
हुजूर इस कदर भी ना इतराके चलिए
हुजूर इस कदर भी ना इतराके चलिए
खुले आम आँचल ना लेहेरा के चलिए
हुजूर इस कदर भी ना इतराके चलिए
खुले आम आँचल ना लेहेरा के चलिए
हुजूर इस कदर भी ना इतराके चलिए
कोइ मनचला अगर पकड़ लेगा आँचल
आ आ
कोइ मनचला अगर पकड़ लेगा आँचल
ज़रा सोचिये आप क्या किजीयेगा
लगा दे अगर बढ़के जुल्फों में कलियाँ
लगा दे अगर बढ़के जुल्फों में कलियाँ
तो क्या अपनी जुल्फे ज़टक दिजीयेगा
हुजूर इस कदर भी ना इतराके चलिए
खुले आम आँचल ना लेहेरा के चलिए
हुजूर इस कदर भी ना इतराके चलिए
बहोत खूबसूरत हैं हर बात लेकिन
बहोत खूबसूरत हैं हर बात लेकिन
अगर दिल भी होता तो क्या बात होती
लिखी जाती फिर दास्ताँ-ए-मोहब्बत
लिखी जाती फिर दास्ताँ-ए-मोहब्बत
एक अफसाने जैसी मुलाक़ात होती
हुजूर इस कदर भी ना इतराके चलिए
खुले आम आँचल ना लेहेरा के चलिए
हुजूर इस कदर भी ना इतराके चलिए
खुले आम आँचल ना लेहेरा के चलिए
हुजूर इस कदर भी ना इतराके चलिए