है इख़्तियार में तेरे तो मौजज़ा कर दे
है इख़्तियार में तेरे तो मौजज़ा कर दे
वो शख़्स मेरा नहीं है उसे मेरा कर दे
है इख़्तियार में तेरे तो मौजज़ा कर दे
ये रेगज़ार कहीं ख़त्म ही नहीं होता
ये रेगज़ार कहीं ख़त्म ही नहीं होता
ज़रा सी दूर तो रस्ता हरा-भरा कर दे
है इख़्तियार में तेरे तो मौजज़ा कर दे
मैं उसके ज़ोर को देखूँ वो मेरा सब्र-ओ-सुकूँ
मैं उसके ज़ोर को देखूँ वो मेरा सब्र-ओ-सुकूँ
मुझे चराग़ बना दे उसे हवा कर दे
है इख़्तियार में तेरे तो मौजज़ा कर दे
अकेली शाम बहुत ही उदास करती है
अकेली शाम बहुत ही उदास करती है
किसी को भेज कोई मेरा हमनवा कर दे
है इख़्तियार में तेरे तो मौजज़ा कर दे
वो शख़्स मेरा नहीं है उसे मेरा कर दे
है इख़्तियार में तेरे तो मौजज़ा कर दे