पंखों से ज़्यादा मन जो तेरा फड़फड़ाए
संभल के चलो पर संभलता नज़र कुछ न आए
हिलते रहें पर, मगर फिर भी उड़ तू न पाए
सब कुछ समझ कर समझ में जो कुछ भी न आए
धुंधलाई आंखों का बहना अगर रुक न पाए
ख़ाली पड़ा हो जो मन और दिल भर आए
ख़ुद के ही घोंसले के तिनके जो चुभने लगें
ख़ुद की वजह से जो दिल ख़ुद का दुखने लगे
बिन बात हर रोज़ दर्द एक उठने लगे
आ आ आ आ
रुकना नहीं और तुम उस जगह पे
दस्तूर दुनिया किसी भी वजह से
रुकना नहीं और तुम उस जगह पे
दस्तूर दुनिया किसी भी वजह से
चीख़ो तो कोई सदा भी पलट कर
न आए जहाँ से
उड़ जाना पंछी कहीं दूर तुम, वहाँ से
हा हा हा हा
उड़ जाना पंछी कहीं दूर तुम वहाँ से
बिखरे ख़्वाबों के मलबे तले जो
दब जाए रूह
दब जाए रूह
ज़िन्दा रहे जब बदन ये तुम्हारा
मर जाए रूह
मर जाए रूह
अपना या अपने लिए जो कुछ भी न
कर पाए तू
कर पाए तू
छोड़ो भी क्या ही करोगे
यहाँ और क्यूँ ही रहोगे
छोड़ो भी क्या ही करोगे
यहाँ और क्यूँ ही रहोगे
क्यूँ खो गए हो भला तुम यहाँ पे
तलाशो निकालो वजूद अब यहाँ से
क्यूँ खो गए हो भला तुम यहाँ पे
तलाशो निकालो वजूद अब यहाँ से
लेना है तुमको क्या
ज़िन्दा लाशों के इस जहाँ से
उड़ जाना पंछी कहीं दूर तुम वहाँ से
हा हा हा हा
उड़ जाना पंछी कहीं दूर तुम वहाँ से