आई बिरहा की रात
मोरा तड़पे जिया मोसे रूठे पिया
कोई मन का सहारा नहीं
हो कोई मन का सहारा नहीं
आई बिरहा की रात
मोरा तड़पे जिया मोसे रूठे पिया
कोई मन का सहारा नहीं
हो कोई मन का सहारा नहीं
पल भर में टूट गए सपनों के मोती
आंसू में डूब गयी नैनो की ज्योति
पल भर में टूट गए सपनों के मोती
आंसू में डूब गयी नैनो की ज्योति
नैनो की ज्योति सूने सूने से हैं आज
मेरे आशा के द्वार नैया कैसे लगे पार
जब सामने किनारा नहीं
हो कोई मन का सहारा नहीं
मन का सिंगार मेरा किसने है छिना
हाथों से छूट गयी अशा की बिना
मन का सिंगार मेरा किसने है छिना
हाथों से छूट गयी अशा की बिना
आशा की बिना खोई खोई सी है आज
मेरे जीवन की प्रीत गाउँ रो रो के यह गीत
मेरे नयनों का तारा नहीं
हो कोई मन का सहारा नहीं
आई बिरहा की रात
मोरा तड़पे जिया मोसे रूठे पिया
कोई मन का सहारा नहीं
हो कोई मन का सहारा नहीं