[ Featuring ]
आन मिलो आन मिलो श्याम सांवरे, आन मिलो
आन मिलो आन मिलो श्याम सांवरे
बृज में अकेली राधे खोई-खोई फिरे
ओ राधे खोई-खोई फिरे
ओ कान्हा आन मिलो
ओ आन मिलो आन मिलो श्याम सांवरे, आन मिलो (आन मिलो आन मिलो श्याम सांवरे, आन मिलो)
बृंदावन की गलियों में तुम बिन जियरा ना लागे
ओ जियरा ना लागे
निसदिन तुम्हारी बाट देखे व्याकुल नैना भागे
ओ व्याकुल नैना भागे
अब ही ऐसी दशा है मन की क्या हुई फिर आगे रे
बृज में अकेली राधे खोई-खोई फिरे
ओ राधे खोई-खोई फिरे
ओ कान्हा आन मिलो
ओ आन मिलो आन मिलो श्याम सांवरे, आन मिलो (आन मिलो आन मिलो श्याम सांवरे, आन मिलो)
आज न काहे जमुना तीरे मुरली मधुर बजाई
ओ मुरली मधुर बजाई
आज न काहे सखियन के संग हिल-मिल रास रचाई
ओ हिल-मिल रास रचाई
हमरा आँगन छोड़ के तोहे कौन नगरिया भाई रे
बृज में अकेली राधे खोई-खोई फिरे
ओ राधे खोई-खोई फिरे
ओ कान्हा आन मिलो
ओ आन मिलो आन मिलो श्याम सांवरे, आन मिलो (आन मिलो आन मिलो श्याम सांवरे, आन मिलो)
अजहुँ जो न भेजे मोहन तैने कोई खबरिया
हो ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ
अजहुँ जो न भेजे मोहन तैने कोई खबरिया
ओ तैने कोई खबरिया
हो जई है इक बृज की बाला रो-रो कर बावरिया
हो रो-रो कर बावरिया
धीर बंधा जा, धीर बंधा जा
मुख दिखला जा नट नागर सांवरिया रे
बृज में अकेली राधे खोई-खोई फिरे
ओ राधे खोई-खोई फिरे ओ कान्हा
आन मिलो आन मिलो श्याम सांवरे, आन मिलो (आन मिलो आन मिलो श्याम सांवरे, आन मिलो)