दिल्ली से आया भाई टिंगू
दिल्ली से आया भाई टिंगू
टिंगू का भाई चिंगू
और उस्का भाई शिंगू शिंगू
दिल्ली से आया भाई टिंगू
टिंगू था जरा पतला पतला
चिंगू था जरा छोटा छोटा
शिंगू था जरा मोटा मोटा
तीनों थे पक्के यार ,यार पक्के यार
हो बेदर्दी और लोहा
मारे है डींग डींग डींगू
दिल्ली से आया भाई टिंगू
तीनों निकले माल road पर
मटक मटक कर चलते थे
आहाहा ओहोहो रामा पाँव पटक कर चलते थे
मटक मटक कर मटक कर पाँव पटक कर मटक कर
हाथों में डाले हाथ
फिरते थे साथ साथ
गाते थे ये एक बात
हिन्दोस्ताँ हमारा है ये
सब दुनिया से न्यारा है
हिंदु मुसलिम सिख इसायी
सब की आँख का तारा है
दिल्ली से आया भाई टिंगू
दिल्ली से आया भाई टिंगू
टिंगू का भाई चिंगू
और उस्का भाई शिंगू शिंगू
दिल्ली से आया भाई टिंगू
पुणे से आई तीन छोरी
पुणे से आई तीन छोरी
पहली का नाम गौरी
गौरी की बेहेन सोई
और उसकी बेहेन डोई डोई
पुणे से आई तीन छोरी
वो भी माल road पर आई
कुछ सहमी सी शरमाई
चलते चलते गौरी गई सड़क के पास
इन तीनो ने उनको देखा हो गये वो तैयार
खुशी से हो गये वो तैयार
गौरी सोई ने उनको देखा जुटे लिए उतार हा हा
टिंगू चिंगू ने कदम बढ़ाया जुटे पद गये चार ए काफ़ी
जुटे पड़ गये चार
तीनो अपने घर को भागे टिंगू चिंगू और भाई शिंगू
दिल्ली से आया भाई टिंगू