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Tumhara Zikr Cheda Hai Video (MV)




Performed By: Ghanshyam Vaswani
Language: Hindi
Length: 8:18
Written by: Junaid Akhtar




Ghanshyam Vaswani - Tumhara Zikr Cheda Hai Lyrics
Official




तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है गाज़ल की महफ़िल में
तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है गाज़ल की महफ़िल में
हसीन डोर चला है गाज़ल की महफ़िल में
तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है गाज़ल की महफ़िल में
तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है

हर एक सॅक्स तेरी ढूँ में घूँगुनता है
हर एक सॅक्स तेरी ढूँ में घूँगुनता है
हर एक सॅक्स तेरी ढूँ में घूँगुनता है
बहोट ही रंग ज़मा है गाज़ल की महफ़िल में
बहोट ही रंग ज़मा है गाज़ल की महफ़िल में
हसीन डोर चला है गाज़ल की महफ़िल में
तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है

निगाहे मस्त की बाते शबाब का चर्चा
निगाहे मस्त की बाते शबाब का चर्चा
निगाहे मस्त की बाते शबाब का चर्चा
घमे जहाँ मिटा है गाज़ल की महफ़िल में
घमे जहाँ मिटा है गाज़ल की महफ़िल में
हसीन डोर चला है गाज़ल की महफ़िल में
तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है

किसी के हुस्न का जादू है पाल गाज़लो में
किसी के हुस्न का जादू है पाल गाज़लो में
किसी के हुस्न का जादू है पाल गाज़लो में
ये राज़ आज खुला है गाज़ल की महफ़िल में
ये राज़ आज खुला है गाज़ल की महफ़िल में
हसीन डोर चला है गाज़ल की महफ़िल में
तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है गाज़ल की महफ़िल में
तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है गाज़ल की महफ़िल में
हसीन डोर चला है गाज़ल की महफ़िल में
तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है गाज़ल की महफ़िल में
तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है
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Romanized

तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है गाज़ल की महफ़िल में
तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है गाज़ल की महफ़िल में
हसीन डोर चला है गाज़ल की महफ़िल में
तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है गाज़ल की महफ़िल में
तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है

हर एक सॅक्स तेरी ढूँ में घूँगुनता है
हर एक सॅक्स तेरी ढूँ में घूँगुनता है
हर एक सॅक्स तेरी ढूँ में घूँगुनता है
बहोट ही रंग ज़मा है गाज़ल की महफ़िल में
बहोट ही रंग ज़मा है गाज़ल की महफ़िल में
हसीन डोर चला है गाज़ल की महफ़िल में
तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है

निगाहे मस्त की बाते शबाब का चर्चा
निगाहे मस्त की बाते शबाब का चर्चा
निगाहे मस्त की बाते शबाब का चर्चा
घमे जहाँ मिटा है गाज़ल की महफ़िल में
घमे जहाँ मिटा है गाज़ल की महफ़िल में
हसीन डोर चला है गाज़ल की महफ़िल में
तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है

किसी के हुस्न का जादू है पाल गाज़लो में
किसी के हुस्न का जादू है पाल गाज़लो में
किसी के हुस्न का जादू है पाल गाज़लो में
ये राज़ आज खुला है गाज़ल की महफ़िल में
ये राज़ आज खुला है गाज़ल की महफ़िल में
हसीन डोर चला है गाज़ल की महफ़िल में
तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है गाज़ल की महफ़िल में
तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है गाज़ल की महफ़िल में
हसीन डोर चला है गाज़ल की महफ़िल में
तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है गाज़ल की महफ़िल में
तुम्हारा ज़िक्र च्छेदा है
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Junaid Akhtar
Copyright: Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC


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