दिल से तेरी निगाह जिगर तक उतर गयी
दिल से तेरी निगाह जिगर तक उतर गयी
दोनों को इक अदा में रजामंद कर गयी
दिल से तेरी निगाह जिगर तक उतर गयी, इ इ इ
देखो तो दिल फ़रेब ये अंदाज़ ए नक्श-ए-पा
देखो तो दिल फ़रब ये अंदाज़ ए नक्श-ए-पा
मौज ए खिरा में यार भी क्या गुल कतर गयी
दिल से तेरी निगाह जिगर तक उतर गयी, इ इ इ
नज़ारे ने भी काम किया वहाँ नकाब का
नज़ारे ने भी काम किया वहाँ नकाब का
मस्ती से हर जां तेरे रुख पर बिखर गयी
दिल से तेरी निगाह जिगर तक उतर गयी, इ इ इ
मारा ज़माने में असदुल्लाह खाँ तुम्हें
मारा ज़माने में असदुल्लाह खाँ तुम्हें
वो वलवले कहाँ वो जवानी किधर गयी
दोनों को इक अदा में रजामंद कर गयी
दिल से तेरी निगाह जिगर तक उतर गयी, इ इ इ