मेरी आवाज़ किसी शोर में अगर डूब गयी
मेरी खामोशी बहुत दूर
बहुत दूर बहुत दूर सुनाई देगी
मेरी आवाज़ किसी शोर में अगर डूब गयी
मेरी ख़ामोशी को तुम
पास बुला कर सुनना
फिर किसी रात किसी रात के परदे में कही
अपने होठों से मेरा नाम
मेरा नाम मेरा नाम बुलाकर सुनना
मेरी आवाज़ किसी शोर में अगर डूब गयी
मेरी खामोशी बहुत दूर
बहुत दूर बहुत दूर सुनाई देगी
बात सहमी हुए होठों पे संभल जाएगी
तुम ज़रा देर अगर देखो हमारी जा
हम यही सोच के हर मोड़ पे मुड़ जाते है
काश ये मोड़ भी मुड़ता हो तुम्हारी जानिब
मेरी आवाज़ किसी शोर में जब डूब गयी
मेरी खामोशीी बहुत दूर
बहुत दूर बहुत दूर सुनाई देगी