हम तो यूँ अपनी ज़िन्दगी से मिले
हम तो यूँ अपनी ज़िन्दगी से मिले
अजनबी जैसे अजनबी से मिले
हम तो यूँ अपनी ज़िन्दगी से मिले
अजनबी जैसे अजनबी से मिले
हर वफ़ा एक जुर्म हो गोया
हर वफ़ा एक जुर्म हो गोया
दोस्त कुछ ऐसी बेरुख़ी से मिले
हम तो यूँ अपनी ज़िन्दगी से मिले
अजनबी जैसे अजनबी से मिले
फूल ही फूल हम ने माँगे थे
फूल ही फूल हम ने माँगे थे
दाग़ ही दाग़ ज़िन्दगी से मिले
हम तो यूँ अपनी ज़िन्दगी से मिले
अजनबी जैसे अजनबी से मिले
जिस तरह आप हम से मिलते हैं
जिस तरह आप हम से मिलते हैं
आदमी यूँ न आदमी से मिले
हम तो यूँ अपनी ज़िन्दगी से मिले
अजनबी जैसे अजनबी से मिले