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Jagjit Singh - Dard Halka Hai Lyrics



Jagjit Singh - Dard Halka Hai Lyrics
Official




दर्द हल्का है, साँस भारी है
दर्द हल्का है, साँस भारी है
जिये जाने की रस्म जारी है
दर्द हल्का है, साँस भारी है

आप के बाद हर घड़ी हमने
आप के बाद हर घड़ी हमने
आप के बाद हर घड़ी हमने
आप के साथ ही गुज़ारी है
आप के साथ ही गुज़ारी है
जिये जाने की रस्म जारी है

रात को चाँदनी तो ओढ़ा दो
रात को चाँदनी तो ओढ़ा दो
दिन की चादर अभी उतारी है
दिन की चादर अभी उतारी है

कल का हर वाक़या तुम्हारा था

कल का हर वाक़या तुम्हारा था
कल का हर वाक़या तुम्हारा था
आज की दास्ताँ हमारी है
आज की दास्ताँ हमारी है
जिये जाने की रस्म जारी है
दर्द हल्का है, साँस भारी है
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दर्द हल्का है, साँस भारी है
दर्द हल्का है, साँस भारी है
जिये जाने की रस्म जारी है
दर्द हल्का है, साँस भारी है

आप के बाद हर घड़ी हमने
आप के बाद हर घड़ी हमने
आप के बाद हर घड़ी हमने
आप के साथ ही गुज़ारी है
आप के साथ ही गुज़ारी है
जिये जाने की रस्म जारी है

रात को चाँदनी तो ओढ़ा दो
रात को चाँदनी तो ओढ़ा दो
दिन की चादर अभी उतारी है
दिन की चादर अभी उतारी है

कल का हर वाक़या तुम्हारा था

कल का हर वाक़या तुम्हारा था
कल का हर वाक़या तुम्हारा था
आज की दास्ताँ हमारी है
आज की दास्ताँ हमारी है
जिये जाने की रस्म जारी है
दर्द हल्का है, साँस भारी है
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Writer: GULZAR, SINGH JAGJIT
Copyright: Lyrics © Universal Music Publishing Group

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Jagjit Singh - Dard Halka Hai Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Jagjit Singh
Length: 6:10
Written by: GULZAR, SINGH JAGJIT

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