मुझे ग़ुस्सा दिखाया जा रहा है
मुझे ग़ुस्सा दिखाया जा रहा है
तबस्सुम को चबाया जा रहा है
मुझे ग़ुस्सा दिखाया जा रहा है
वहीं तक आबरू में ज़ब्त-ए-ग़म है
वहीं तक आबरू में ज़ब्त-ए-ग़म है
जहाँ तक मुस्कुराया जा रहा है
मुझे ग़ुस्सा दिखाया जा रहा है
तबस्सुम को चबाया जा रहा है
मुझे ग़ुस्सा दिखाया जा रहा है
दो आलम मैंने छोड़े जिसकी ख़ातिर
दो आलम मैंने छोड़े जिसकी ख़ातिर
वही दामन छुड़ाया जा रहा है
मुझे ग़ुस्सा दिखाया जा रहा है
तबस्सुम को चबाया जा रहा है
मुझे ग़ुस्सा दिखाया जा रहा है
क़रीब आने में है उनको तक़ल्लुफ़
क़रीब आने में है उनको तक़ल्लुफ़
वहीं से मुस्कुराया जा रहा है
मुझे ग़ुस्सा दिखाया जा रहा है
तबस्सुम को चबाया जा रहा है
मुझे ग़ुस्सा दिखाया जा रहा है