Back to Top

Jagjit Singh - Tujhse Rukhsat Ki Lyrics



Jagjit Singh - Tujhse Rukhsat Ki Lyrics
Official




तुझ से रुख़सत की वो शाम-ए-अश्क़-अफ़्शां हाए हाए
तुझ से रुख़सत की वो शाम-ए-अश्क़-अफ़्शां हाए हाए
वो उदासी वो फ़िज़ा-ए-गिरिया सामां हाए हाए

यां कफ़-ए-पा चूम लेने की भिंची सी आरज़ू
वां बगल-गीरी का शरमाया सा अरमां हाए हाए

वो मेरे होंठों पे कुछ कहने की हसरत वाये शौक़
वो तेरी आँखों में कुछ सुनने का अरमां हाए हाए
तुझ से रुख़सत की वो शाम-ए-अश्क़-अफ़्शां हाए हाए
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




तुझ से रुख़सत की वो शाम-ए-अश्क़-अफ़्शां हाए हाए
तुझ से रुख़सत की वो शाम-ए-अश्क़-अफ़्शां हाए हाए
वो उदासी वो फ़िज़ा-ए-गिरिया सामां हाए हाए

यां कफ़-ए-पा चूम लेने की भिंची सी आरज़ू
वां बगल-गीरी का शरमाया सा अरमां हाए हाए

वो मेरे होंठों पे कुछ कहने की हसरत वाये शौक़
वो तेरी आँखों में कुछ सुनने का अरमां हाए हाए
तुझ से रुख़सत की वो शाम-ए-अश्क़-अफ़्शां हाए हाए
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Jagjit Singh, Josh Malihabadi
Copyright: Lyrics © Royalty Network

Back to: Jagjit Singh



Jagjit Singh - Tujhse Rukhsat Ki Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Jagjit Singh
Length: 2:47
Written by: Jagjit Singh, Josh Malihabadi

Tags:
No tags yet