यू लब से लबो पे रुक जाओ ना
तुम थम के लम्हो पे रुक जाओ ना
वक्त ठहरा रहे उमरा भर करीब आ जाओ ना
वक्त ठहरा रहे उमरा भर करीब आ जाओ ना
यू लब से लबो पे रुक जाओ ना
हे तुम थम के लम्हो पे रुक जाओ ना
वक्त ठहरा रहे उमरा भर करीब आ जाओ ना
रातो की खुली हुई सिराव को
मिलाओ मेरे ख्वाबो से लगे ना ये जुड़ा सा
तारो की लगी हुई कतारो को
छेड़ो ना इन आँखो से दिखेगा धुँधला सा
सुबह की किरण बन जाओ ना
तुम थम के लम्हो पे रुक जाओ ना
वक्त ठहरा रहे उमरा भर करीब आ जाओ ना
हो सांसो की सजी हुई उड़ानो में
सुनी है तेरी खामोशी तू क्यू है तन्हा सा
होंठो की रेशमी सदाओ से कहो ना दिल की बाते
मैं भी हूँ बिखरा सा
धड़कन की धुन बन जाओ ना
हे तुम थम के लम्हो पे रुक जाओ ना
वक्त ठहरा रहे उमरा भर करीब आ जाओ ना