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Dil Ka Koi Tukda Video (MV)




Performed By: Kavita Krishnamurthy
Featuring: Hariharan
Length: 6:15
Written by: Majrooh Sultanpuri




Kavita Krishnamurthy - Dil Ka Koi Tukda Lyrics
Official




[ Featuring Hariharan ]

दिल का कोई टुकड़ा कभी दिल से जुदा होता नहीं
अपना कोई जैसा भी हो अपना है वो दूजा नहीं
यही वो मिलान है जो सचमुच है
दिल का करार क्या कहना

खिले खिले चेहरों से आज घर है मेरा
गुले गुलज़ार क्या कहना

ए दिल लाया है बहार
अपनों का प्यार क्या कहना

मिलें हम छलक उठा
ख़ुशी का खुमार क्या कहना

कुछ अपने ही तक यूँ नहीं
ये है सवाल सबके लिए
जीना है तो जग में जियो
बनके मिसाल सबके लिए
देखो कैसा महक रहा
प्यार भरी बाहों का हार क्या कहना

खिले खिले चेहरों से आज घर है मेरा(खिले खिले चेहरों से आज घर है मेरा)
गुले गुलज़ार क्या कहना(गुले गुलज़ार क्या कहना)

ए दिल लाया है बहार
अपनों का प्यार क्या कहना
मिलें हम छलक उठा
ख़ुशी का खुमार क्या कहना

जो हो गया सो हो गया
लोगों से तू डरना नहीं
साथी तेरे हैं और भी
दुनिया में तू तनहा नहीं
सामना करेंगे मिलके चाहे दस हो (सामना करेंगे मिलके चाहे दस हो)
चाहे हज़ार (चाहे हज़ार)
क्या कहना

खिले खिले चेहरों से आज घर है मेरा
गुले गुलज़ार क्या कहना

हो हो हो हो हो हो हो हो

ए दिल लाया है बहार
अपनों का प्यार क्या कहना
मिलें हम छलक उठा
ख़ुशी का खुमार क्या कहना

खिले खिले चेहरों से आज घर है मेरा
गुले गुलज़ार क्या कहना
खिले खिले चेहरों से आज घर है मेरा (खिले खिले चेहरों से आज घर है मेरा)
गुले गुलज़ार क्या कहना (गुले गुलज़ार क्या कहना)
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दिल का कोई टुकड़ा कभी दिल से जुदा होता नहीं
अपना कोई जैसा भी हो अपना है वो दूजा नहीं
यही वो मिलान है जो सचमुच है
दिल का करार क्या कहना

खिले खिले चेहरों से आज घर है मेरा
गुले गुलज़ार क्या कहना

ए दिल लाया है बहार
अपनों का प्यार क्या कहना

मिलें हम छलक उठा
ख़ुशी का खुमार क्या कहना

कुछ अपने ही तक यूँ नहीं
ये है सवाल सबके लिए
जीना है तो जग में जियो
बनके मिसाल सबके लिए
देखो कैसा महक रहा
प्यार भरी बाहों का हार क्या कहना

खिले खिले चेहरों से आज घर है मेरा(खिले खिले चेहरों से आज घर है मेरा)
गुले गुलज़ार क्या कहना(गुले गुलज़ार क्या कहना)

ए दिल लाया है बहार
अपनों का प्यार क्या कहना
मिलें हम छलक उठा
ख़ुशी का खुमार क्या कहना

जो हो गया सो हो गया
लोगों से तू डरना नहीं
साथी तेरे हैं और भी
दुनिया में तू तनहा नहीं
सामना करेंगे मिलके चाहे दस हो (सामना करेंगे मिलके चाहे दस हो)
चाहे हज़ार (चाहे हज़ार)
क्या कहना

खिले खिले चेहरों से आज घर है मेरा
गुले गुलज़ार क्या कहना

हो हो हो हो हो हो हो हो

ए दिल लाया है बहार
अपनों का प्यार क्या कहना
मिलें हम छलक उठा
ख़ुशी का खुमार क्या कहना

खिले खिले चेहरों से आज घर है मेरा
गुले गुलज़ार क्या कहना
खिले खिले चेहरों से आज घर है मेरा (खिले खिले चेहरों से आज घर है मेरा)
गुले गुलज़ार क्या कहना (गुले गुलज़ार क्या कहना)
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Writer: Majrooh Sultanpuri
Copyright: Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC


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