क्या नज़ारें हम्म हम्म हम्म
क्या सितारे हम्म हम्म
क्या नज़ारें
क्या सितारे
सबको है इंतज़ार, सब हैं बेक़रार
तू कब सब देखेगी?
हर कली में, हर गली में
देखेगी मेरा प्यार, प्यार की बहार
तू सब जब देखेगी
क्या नज़ारें, क्या सितारे
बादल अंबर पे यूँ ही आता-जाता रहेगा
तेरे रेशमी आँचल की तरह लहराता रहेगा
बादल अंबर पे यूँ ही आता-जाता रहेगा
तेरे रेशमी आँचल की तरह लहराता रहेगा
क़दमों की धूल चूमेगी ये फूल
तू जब सब देखेगी
हर कली में, हर गली में
देखेगी मेरा प्यार, प्यार की बहार
तू सब जब देखेगी
क्या नज़ारें, क्या सितारे
मन में तू ऐसे समाई, जैसे नदियाँ में नीर
मेरे नैनों के दर्पण में लगी है यूँ तेरी तस्वीर
मन में तू ऐसे समाई, जैसे नदियाँ में नीर
मेरे नैनों के दर्पण में लगी है यूँ तेरी तस्वीर
अपना ये रूप, ये छाँव-धूप
तू जब सब देखेगी
क्या नज़ारें, क्या सितारे
सबको है इंतज़ार, सब हैं बेक़रार
तू कब सब देखेगी?
क्या नज़ारें, क्या सितारे हम्म हम्म