[ Featuring Lata Mangeshkar ]
तुम को भी तो
ऐसा ही कुछ
होता होगा ओ सजना
कैसा कैसा
तेरी याद सताती है, नींद नहीं आती है, रातों में
हो तेरी याद सताती है, नींद नहीं आती है, रातों में
तुम को भी तो ऐसा ही कुछ होता होगा ओ सजनी
कैसा
तेरा प्यार सताता है, चैन नहीं आता है, रातों में
हो तेरा प्यार सताता है, चैन नहीं आता है, रातों में
तुम को भी तो (तुम को भी तो)
ऐसा ही कुछ (ऐसा ही कुछ)
होता होगा हा हा हा हा हा (होता होगा हा हा हा हा)
मेरी हालत जैसी है
तेरा हाल भी ऐसा है
मेरी हालत जैसी है
तेरा हाल भी ऐसा है
हल्का हल्का सा जिया में जाने दर्द ये कैसा है
तुम को भी तो, ऐसा ही कुछ, होता होगा, ओ सजनी (तुम को भी तो, ऐसा ही कुछ)
कैसा कैसा
तारे गिनता मैं रहता हूँ, जागता रहता हूँ, रातों में
हो तारे गिनता मैं रहता हूँ, जागता रहता हूँ, रातों में
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
इन भीगी फ़िज़ाओं से
इन ठंडी हवाओं से
इन भीगी फ़िज़ाओं से
इन ठंडी हवाओं से
आग सी लगती है जिया में सावन की घटाओं से
तुम को भी तो, ऐसा ही कुछ, होता होगा, ओ सजना (तुम को भी तो, ऐसा ही कुछ)
कैसा
इन्तज़ार तेरा करती हूँ, आहें मैं भरती हूँ, रातों में
हो इन्तज़ार तेरा करती हूँ, आहें मैं भरती हूँ, रातों में
ये मस्त नज़र तेरी
मेरे होश उड़ाती है
ये मस्त नज़र तेरी
मेरे होश उड़ाती है
ये तेरी मस्ती मुझे भी मदहोश बनाती है
तुम को भी तो, ऐसा ही कुछ, होता होगा, ओ सजना (तुम को भी तो, ऐसा ही कुछ)
कैसा
रोज़ ख़्वाब में तू आता है, दिल धड़काता है, रातों में
हो रोज़ ख़्वाब में तू आता है, दिल धड़काता है, रातों में
तुम को भी तो (तुम को भी तो)
ऐसा ही कुछ (ऐसा ही कुछ)
होता होगा (होता होगा)