[ Featuring Dilip Kumar ]
हे हो
उपर वाला दुखियो की नही सुनता रे
सोता है बहुत जगा है ना
उपर वाला दुखियो की नही सुनता रे
कौन है जो उसको गगन से उतारे
बन बन बन मेरे जैसा बन
इस जीवन का यही है जतन साला यही है जतन
अरे ग़म की आग बुझाना है तो हमसे सीखो यार
आग लगी
आग लगी हमरी झोपडिया मे हम गावै मल्हार
देख भाई कितने तमाशे की ज़िंदगानी हमार
हे भोले भाले ललवा
पुलु पुलु पुलु पुलु भोले भाले ललवा खाए जा रोटी बासी
अरे ये ही खा के जवान होगा बेटा हा हा
भोले भाले ललवा खाए जा रोटी बासी
बड़ा हो के बनेगा साहेब का चपरासी
खेल खेल खेल माटी मे होली खेल
गाल मे गुलाल है ना ज़ुल्फो मे तेल
अरे अपनी भी जवानी क्या है सुना टेने यार
आग लगी
आग लगी हमरी झोपडिया मे हम गावै मल्हार
देख भाई कितने तमाशे की ज़िंदगानी हमार
हे सजनी तू काहे आई नगरी हमारी
चल जा भग जा भग
सजनी तू काहे आई नगरी हमारी
धरेगा बिदेसी बाबू बहियाँ तुम्हारी
थाम थाम थाम गोरी ज़रा थाम
नही लूट जाएगी राम कसम
अरे केहू नही आएगा रे सुन के पुकार
आग लगी
आग लगी हमारी झोपडिया मे हम गावै मल्हार
देख भाई कितने तमाशे की ज़िंदगानी हमार