हम्म हम्म हम्म (हम्म हम्म हम्म)
चाँदनी मुस्कुराए, जब हवा कुछ कहे
समझो मेरी सदाए, है तेरे साथ मे
जो घना हो फ़िज़ा मे अंधेरा
लाएँगे हम सवेरे तेरे लिए
ले चले, ले चले
यादो के ये काफिले
जाएँगे हम जहाँ
ये जमी आस्मा मिले
नरम बूँदो की रिमझिम
पहली बारिश के दिन
दोपहर गर्मियो की
शामे वो सर्द सी
रुत कोई, कोई मौसम, कोई घड़ी
ओ ओ साथ मे हमको हरदम, तुम पाओगे
ले चले, ले चले
जब कभी ज़िंदगानी
तुझको तन्हा लगे
जब कभी अश्क आयें
दिल तुम्हारा बुझे
जब कभी चैन खोए हो परेशान
देखलो हम वहीं हैं तेरे सामने
ले चले ले चले
यादों के ये काफिले
जाएँगे हम जहाँ
ये ज़मीन आसमान मिले
ले चले ले चले