[ Featuring Arijit Singh, Jeet Gannguli ]
तेरी खुशबू और तेरी सांसें
क़तरा क़तरा सब भुलायेंगे
सिलवटें जो तुमने छोड़ी है
धीरे धीरे सब मिटायेंगे
काटने को इतनी लम्बी उम्र आगे है
जाने किसके पीछे तू बेवजह भागे है
आँख नम होती है होने दो
होंठ लेकिन मुस्कुराएंगे
उसकी रातों से सुबह अपनी
रफ्ता रफ्ता खींच लाएंगे
चल नई शुरुआत कर भूल के जो हो गया
हाथ पे यूँ हाथ क्या रखना हो हो हो हो
काटने को इतनी लम्बी उम्र आगे है
जाने किसके पीछे तू बेवजह भागे है
तेरी खुशबू और तेरी सांसें
क़तरा क़तरा सब भुलायेंगे
सिलवटें जो तुमने छोड़ी है
धीरे धीरे सब मिटायेंगे