[ Featuring Sadhana Sargam ]
वो वादा ही क्या जो निभाया ना जाए
वो वादा ही क्या जो निभाया ना जाए
यहा तो जुदाई मे जा पर बनी है
यहा तो जुदाई मे जा पर बनी है
ना आए तो कह दे के आया ना जाए
वो वादा ही क्या जो निभाया ना जाए
हो हो हो हो हो हो हो हो
ये इल्ज़ाम हम पे लगाया ना जाए
ये इल्ज़ाम हम पे लगाया ना जाए
पड़ी अपने पाव मे ज़ंजीर ऐसी
पड़ी अपने पाव मे ज़ंजीर ऐसी
के आना भी चाहे तो आया ना जाए
वो वादा ही क्या जो निभाया ना जाए
शिकसता मोहब्बत ने वो चोट खाई
के दीवाना दिल दे उठा है दुहाई
अगर अपने वादे पे ना तू आज आई
लहू मे डुबो दूँगा सारी खुदाई
लहू मे डुबो दूँगा सारी खुदाई
नही बेवफा तू ये मैं जानता हु
नही बेवफा तू ये मैं जानता हु
मगर रूठे दिल को मनाया ना जाए
वो वादा ही क्या जो निभाया ना जाए
कभी तो ये जंजीर टूटेगी जानम
कभी तो वफ़ा रंग ला के रहेगी
किसी दिन दर्दे जुदाई की शिद्दत
तड़पते दिलो को मिला के रहेगी
तड़पते दिलो को मिला के रहेगी
अभी इश्क पर आज़मा इश्क़े दिन है
अभी इश्क पर आज़मा इश्क़े दिन है
के दिल इंतेहा से चुराया ना जाए
वो वादा ही क्या जो निभाया ना जाए
यहा तो जुदाई मे जा पर बनी है
ना आए तो कह दे के आया ना जाए
ये इल्ज़ाम हम पे लगाया ना जाए
पड़ी अपने पाव मे ज़ंजीर ऐसी
के आना भी चाहे तो आया ना जाए
वो वादा ही क्या जो निभाया ना जाए