आए हवा ये बता
आए हवा ये बता
आए घटा ये बता, क्या तुझे है पता
अबके बरस जो बरसेगा, वो सावन कैसा होगा
सावन जैसा भी हो मेरा साजन कैसा होगा
सावन जैसा भी हो मेरा साजन कैसा होगा
तब मैं किसी से, प्यार करुँगी
तब मैं किसी से, प्यार करुँगी
तब सोलह श्रीनगर करुँगी
मुख देखूँगी मैं जिसमे, वो दर्पण कैसा होगा
दर्पण जैसा भी हो मेरा साजन कैसा होगा
सावन जैसा भी हो मेरा साजन कैसा होगा
बाबुल के घर जी ना लागे, जी ना लागे
बाबुल के घर जी ना लागे
जी के अंदर बरसा जागे
बाबुल के घर जी ना लागे जी ना लागे
जाने अंजाने साजन का, आँगन कैसा होगा
आँगन जैसा भी हो मेरा साजन कैसा होगा
सावन जैसा भी हो मेरा साजन कैसा होगा
खेल के मुझ से आँख मिचोली
हम्म हम्म
खेल के मुझ से आँख मिचोली, ले जाएगा मेरी डोली
मेरे मन का मीत वो, मेरा दुश्मन कैसा होगा
दुश्मन जैसा भी हो, मेरा साजन कैसा होगा
सावन जैसा भी हो मेरा साजन कैसा होगा
सावन जैसा भी हो मेरा साजन कैसा होगा