ए री मैं तो प्रेम दिवानी मेरा दर्द न जाने कौई
ए री मैं तो प्रेम दिवानी मेरा दर्द न जाने कौई
न मैं जानु आरती वंदन,ना पूजा की रीत
है अनजानी दरस दिवानी,मेरी पागल प्रीत
लिये रे मैंए दो नैनों के,दीपक लिये सन्जोय
ए री मैं तो प्रेम दिवानी मेरा दर्द न जाने कौई
आशा के फूलों की माला,साँसों के संगीत
इन पर फूली चली रे जाने,अपने मन का मीत
ए री मैने नैं डोर में,सपने लिये पीरोये
ए री मैं तो प्रेम दिवानी मेरा दर्द न जाने कौई
ए री मैं तो प्रेम दिवानी मेरा दर्द न जाने कौई