बादल तो आए लहरा के छाए
ओ आने वाले पर तुम तो न आए
बादल तो आए लहरा के छाए
ओ आने वाले पर तुम तो न आए
तुम ज़िन्दगी में क्यूँ मेरी आ कर
ग़ुम हो गए हो ऐसे मुझको भुला कर
मैं प्यार तेरा दिल में सजा कर
बैठी हूँ कब से आस लगा कर
दुख मेरे दिल के होंठों पे आए
ओ आने वाले पर तुम तो न आए
आवाज़ मेरी आ जाओ सुन के
तोड़ो ना सपने हाय मेरे नयन के
इस बार तुमसे किसी भी जतन से
मैं राज़ अपने सारे कह दूँगी मन के
ख़ामोश रह के ये दर्द पाए
ओ आने वाले पर तुम तो न आए
बादल तो आए लहरा के छाए
ओ आने वाले पर तुम तो न आए
तुम तो न आए