[ Featuring Geeta Dutt ]
बेचैन दिल खोई सी नज़र
तन्हाइयों में शाम ओ सहर
तुम याद आते हो
हो बेचैन दिल खोई सी नज़र(बेचैन दिल खोई सी नज़र)
तन्हाइयों में शाम ओ सहर(तन्हाइयों में शाम ओ सहर)
तुम याद आते हो(तुम याद आते हो)
दिल नहीं पहलू में रह गईं दो आँखें
दिल नहीं पहलू में रह गईं दो आँखें हो
जाने क्या क्या हमसे कह गईं दो आँखें
जाने क्या क्या हमसे कह गईं दो आँखें
जाने क्या क्या हमसे कह गईं दो आँखें(जाने क्या क्या हमसे कह गईं दो आँखें)
सुनसान रातों में अक्सर जब चाँद पे जाती है नज़र
तुम याद आते हो(तुम याद आते हो)
हो बेचैन दिल खोई सी नज़र(बेचैन दिल खोई सी नज़र)
तन्हाइयों में शाम ओ सहर(तन्हाइयों में शाम ओ सहर)
तुम याद आते हो(तुम याद आते हो)
दिल तो दीवाना था हम भी क्या कर बैठे
दिल तो दीवाना था हम भी क्या कर बैठे हो
मर्ज़ जाने क्या था क्या दवा कर बैठे
मर्ज़ जाने क्या था क्या दवा कर बैठे
मर्ज़ जाने क्या था क्या दवा कर बैठे(मर्ज़ जाने क्या था क्या दवा कर बैठे)
इक आह ठंडी सी भर कर उनसे कोई कह दे जा कर
तुम याद आते हो(तुम याद आते हो)
हो बेचैन दिल खोई सी नज़र(बेचैन दिल खोई सी नज़र)
तन्हाइयों में शाम ओ सहर(तन्हाइयों में शाम ओ सहर)
तुम याद आते हो(तुम याद आते हो)
हम तो ये समझे थे ख़त्म है अफ़साना
हम तो ये समझे थे ख़त्म है अफ़साना हो
उठ चुकी है महफ़िल रह गया वीराना
उठ चुकी है महफ़िल रह गया वीराना
उठ चुकी है महफ़िल रह गया वीराना(उठ चुकी है महफ़िल रह गया वीराना)
हमको न थी लेकिन ये ख़बर ख़ुद हम कहेंगे रह रह कर
तुम याद आते हो(तुम याद आते हो)
हो बेचैन दिल खोई सी नज़र(बेचैन दिल खोई सी नज़र)
तन्हाइयों में शाम ओ सहर(तन्हाइयों में शाम ओ सहर)
तुम याद आते हो(तुम याद आते हो)