[ Featuring Bhupinder Singh ]
बीती ना बिताई रैना बिरहा की जाई रैना
भीगी हुई अंखियों ने लाख बुझाई रैना
बीती ना बिताई रैना बिरहा की जाई रैना
भीगी हुई अंखियों ने लाख बुझाई रैना
बीती ना बिताई रैना
बीती हुई बतियाँ कोई दोहराये
भूले हुए नामों से कोई तो बुलाये
चाँद हो हो
हो हो हो हो हो हो
हो हो चाँद की बिन दीवाली
बिन दीवाली रतिया
जागी हुई अंखियों में रात ना आई रैना
बीती ना बिताई रैना
युग आते हैं और युग जाए
छोटी छोटी यादों के
पल नहीं जाए
झूठ से काली लागे, लागे काली रतिया
रूठी हुईं अंखियों ने लाख मनाई रैना
बीती ना बिताई रैना (बीती न बिताई रैना)