भोला भोला रटते रटते हो गयी नि बाँवरिया
भोला भोला रटते रटते
भोला मोरे भुलक्कड़ निकले ना लेले खबरिया
भोला भोला रटते रटते हो गयी नि बाँवरिया
भोला भोला रटते रटते
सिर के उपर गंगा सोहे गल मुंडन की माला हो
सिर के उपर गंगा सोहे गल मुंडन की माला हो
गर मे डमरू लेके घूमे बैल की सवरिया
भोला भोला रटते रटते हो गयी नि बाँवरिया
भोला भोला रटते रटते
साधु संत की रक्षा किन्हा रंक से राजा कर दिन्हा
साधु संत की रक्षा किन्हा रंक से राजा कर दिन्हा
भक्तन पर सर्वस्व लूटा के हो गैइले भिखरिया
भोला भोला रटते रटते हो गयी नि बाँवरिया
भोला भोला रटते रटते
भूल को मेरे भुला के भोला बिगड़ी मेरी बना देना
भूल को मेरे भुला के भोला बिगड़ी मेरी बना देना
ललिता करती विनय प्रभु जी आओ मेरी नगरिया
भोला भोला रटते रटते हो गयी नि बाँवरिया
भोला भोला रटते रटते हो गयी नि बाँवरिया
भोला भोला रटते रटते