ह्म्मम्म्म्म
छम छम छम छम रुत बरसे
रुत बरसे जियरा तरसे
सजनी अकेली करे है पुकार
आई बरखा बहार आई बरखा बहार
बरखा बहार आई बरखा बहार
याद सताए जाने किधर की
याद सताए जाने किधर की
याद सताए जाने किधर की
चूभ चूभ जाये बून्द बदन की
पवन चले है बनके कटार
आई बरखा बहार आई बरखा बहार
बरखा बहार आई बरखा बहार
बाहर भीगे बरखा की रैना
बाहर भीगे बरखा की रैना
बाहर भीगे बरखा की रैना
भीतर सुलगे सजनी के नैना
गीत है मुख पे जिया बेक़रार
आई बरखा बहार