Back to Top

Chhed Gaye Mohe Sapnon Mein Kanha Video (MV)






Lata Mangeshkar - Chhed Gaye Mohe Sapnon Mein Kanha Lyrics
Official




छेड़ गयो मोहे छेड़ गयो मोहे
छेड़ गयो मोहे सपने में श्याम
छेड़ गयो मोहे सपने में श्याम
ओ निंदिया खुली तोह मैं अकेली थी राम
निंदिया खुली तोह मैं अकेली थी राम

चोर सलोना आया
सपनो में चोरी चोरी
झूमे पहिरे आके हाय
झूमे पहिरे आके हाय पकडी क़लईया मोरी
दर दर पूछा मैंने चोर का नाम
दर दर पूछा मैंने चोर का नाम
क्या बोला
कहने लगा श्याम कहने लगा श्याम श्याम
कहने लगा श्याम कहने लगा श्याम
कहने लगा श्याम
ओ निंदिया खुली तोह मैं अकेली थी राम
ओ निंदिया खुली तोह मैं अकेली थी राम

भूले से कह दी मैंने सपने की बतिया
सखिया उडाये मेरी सुध दिन रतिया
घड़ी घड़ी कहे
घड़ी घड़ी कहे कहा गया तेरा श्याम
घड़ी घड़ी कहे कहा गया तेरा श्याम
कहा गया तेरा श्याम कहा गया तेरा श्याम
कहा गया तेरा श्याम
अरे फिर
मैं तोह हो गयी बदनाम मैं तोह हो गयी बदनाम
मैं तोह हो गयी बदनाम
ओ निंदिया खुली तोह मैं अकेली थी राम
ओ निंदिया खुली तोह मैं अकेली थी राम

छेड़ गयो मोहे सपने में श्याम
ओ निंदिया खुली तोह मैं अकेली थी राम
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




छेड़ गयो मोहे छेड़ गयो मोहे
छेड़ गयो मोहे सपने में श्याम
छेड़ गयो मोहे सपने में श्याम
ओ निंदिया खुली तोह मैं अकेली थी राम
निंदिया खुली तोह मैं अकेली थी राम

चोर सलोना आया
सपनो में चोरी चोरी
झूमे पहिरे आके हाय
झूमे पहिरे आके हाय पकडी क़लईया मोरी
दर दर पूछा मैंने चोर का नाम
दर दर पूछा मैंने चोर का नाम
क्या बोला
कहने लगा श्याम कहने लगा श्याम श्याम
कहने लगा श्याम कहने लगा श्याम
कहने लगा श्याम
ओ निंदिया खुली तोह मैं अकेली थी राम
ओ निंदिया खुली तोह मैं अकेली थी राम

भूले से कह दी मैंने सपने की बतिया
सखिया उडाये मेरी सुध दिन रतिया
घड़ी घड़ी कहे
घड़ी घड़ी कहे कहा गया तेरा श्याम
घड़ी घड़ी कहे कहा गया तेरा श्याम
कहा गया तेरा श्याम कहा गया तेरा श्याम
कहा गया तेरा श्याम
अरे फिर
मैं तोह हो गयी बदनाम मैं तोह हो गयी बदनाम
मैं तोह हो गयी बदनाम
ओ निंदिया खुली तोह मैं अकेली थी राम
ओ निंदिया खुली तोह मैं अकेली थी राम

छेड़ गयो मोहे सपने में श्याम
ओ निंदिया खुली तोह मैं अकेली थी राम
[ Correct these Lyrics ]
Writer: C. RAMCHANDRA, RAJINDER KRISHAN
Copyright: Lyrics © Royalty Network


Tags:
No tags yet