गिरिधारी म्हने
चाकर राखो जी आ आ आ
म्हने चाकर राखो
चाकर राखो चाकर राखो जी
म्हने चाकर राखो
चाकर राखो चाकर राखो जी गिरिधारी
चाकर रह सूं आग लगा सूं
नित उठि दर्शन पा सू
वृन्दावन की कुंज गलिन में
वृन्दावन की कुंज गलिन में
गोविंद लीला गा सूं
म्हने चाकर राखो
चाकर राखो चाकर राखो जी गिरिधारी
ऊंचे ऊंचे महल बनाउ
ऊंचे ऊंचे महल बनाउ
बिच बिच राखु बारी
सांवरिया के दर्शन पाऊं
सांवरिया के दर्शन पाऊं
पैरा पसु मा धरे गिरिधारी म्हाने चाकर राखो
चाकर राखो चाकर राखो जी गिरिधारी
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
मीरा के प्रभु गहिर गम्भीरा
मीरा के प्रभु गहिर गम्भीरा
ह्रदय रहो जी धीरा
आधी रात प्रभु दर्शन दीन्हो
आधी रात प्रभु दर्शन दीन्हो
प्रेम नदी के तीर म्हने चाकर राखो
चाकर राखो चाकर राखो जी गिरिधारी