ऐ दिलबर आजा
ऐ दिलबर आजा
आजा, आजा
हाथ से मेरे ले ले जाम
बहके अगर मैं लूँगी थाम
पी ले ओ रंगीले, मस्ती में जी ले
गम को भुलाए जा
आ आ आ आ आ आ (आ आ आ)
हाथ से मेरे ले ले जाम
बहके अगर मैं लूँगी थाम
पी ले ओ रंगीले, मस्ती में जी ले
गम को भुलाए जा
आ आ आ आ आ आ (आ आ आ)
सामने तेरे मैं हूँ खड़ी
इक मीठी उलझन में पड़ी
है प्यास बहुत और उम्र है कम
ला हाथ सनम तुझे मेरी कसम
हाथ से मेरे ले ले जाम
बहके अगर मैं लूँगी थाम
पी ले ओ रंगीले, मस्ती में जी ले
गम को भुलाए जा
आ आ आ आ आ आ (आ आ आ)
घोल दी मैंने अपनी अदा
बन गयी ये हर गम की दवा (आ आ आ)
हों घोल दी मैंने अपनी अदा
बन गयी ये हर गम की दवा
आँचल की लचक, ज़ुल्फों की महक
होठों की हँसी, प्याले में बसी
हाथ से मेरे ले ले जाम
बहके अगर मैं लूँगी थाम
पी ले ओ रंगीले, मस्ती में जी ले
गम को भुलाए जा
आ आ आ आ आ आ (आ आ आ)