हाय मेरी हाय मेरी उलझी नज़र परदेसी के संग
दिल को रखती कहाँ तक संभालके
हाय मेरी नाज़ुक उमर, अनजानी डगर
रखने होंगे क़दम देख-भाल के
हो रखने होंगे क़दम देख-भाल के
चैन क्या है नहीं जानती हूँ
और रह-रहके दिल थामती हूँ
आजकल देखती हूँ जो शीशा
आ आ आ आजकल देखती हूँ जो शीशा
ख़ुद को मुश्किल से पहचानती हूँ
पहचानती हूँ
हाय मेरी हाय मेरी उलझी नज़र परदेसी के संग
दिल को रखती कहाँ तक संभालके
हाय मेरी नाज़ुक उमर, अनजानी डगर
रखने होंगे क़दम देख-भाल के
हो रखने होंगे क़दम देख-भाल के
दिल ये कहता है चल उस गली में
आँख उनसे लड़ी जिस गली में
होश लौटे तो घबरा गई मैं
हो होश लौटे तो घबरा गई मैं
हाय मैं आ गई किस गली में
हाय किस गली में
हाय मेरी हाय मेरी उलझी नज़र परदेसी के संग
दिल को रखती कहाँ तक संभालके
हाय मेरी नाज़ुक उमर, अनजानी डगर
रखने होंगे क़दम देख-भाल के
हो रखने होंगे क़दम देख-भाल के
कोई बतलाए तो प्यार क्या है
दिल का रह-रहकर इसरार क्या है
ये तो माना ये दरिया है गहरा
ये तो माना ये दरिया है गहरा
गहरे दरिया के उस पार क्या है उस पार क्या है
हाय मेरी हाय मेरी उलझी नज़र परदेसी के संग
दिल को रखती कहाँ तक संभालके
हाय मेरी नाज़ुक उमर, अनजानी डगर (हो हो)
रखने होंगे क़दम देख-भाल के (हो हो)
हाय मेरी उलझी नज़र परदेसी के संग (हो हो)
दिल को रखती कहाँ तक संभालके (हो हो)
हाय मेरी नाज़ुक उमर, अनजानी डगर (हो हो)
हो रखने होंगे क़दम देख-भाल के (हो हो)
हो रखने होंगे क़दम देख-भाल के (हो हो)