सपना इतने मेहमानों को छोड़कर कहा चुप गयी
बहार कब आओगी जब हम चले जायेंगे तब
जब तुम चले जाओगे तो याद बहुत आओगे
तुम चले जाओगे याद बहुत आओगे
जब तुम चले जाओगे तो याद बहुत आओगे
दिल बहलाने की कोई तदबीर देते जाना
आज मुझे तुम अपनी तस्वीर देते जाना
आज मुझे तुम अपनी तस्वीर देते जाना
मेरी आँखो ने इक ख्वाब देखा है
जैसे काँटों मे गुलाब देखा है
किसी चेहरे पे नकाब देखा है
मेरी आँखो ने इक ख्वाब देखा है
तुम मेरे इस ख्वाब की ताबीर देते जाना
आज मुझे तुम अपनी तस्वीर देते जाना
आज मुझे तुम अपनी तस्वीर देते जाना
ऐसा ना हो मैं मजबूर हो जाऊ
आके पास तुमसे दूर हो जाऊ
शीशे की तरह मैं चूर हो जाऊ
ऐसा ना हो मैं मजबूर हो जाऊ
मेरे हाथो से मेरी तकदीर देते जाना
आज मुझे तुम अपनी तस्वीर देते जाना
आज मुझे तुम अपनी तस्वीर देते जाना
चंद लोग धोखेबाज होते है
उनके दिल मे कुच्छ राज़ होते है
दिल्लगी के भी अंदाज़ होते है
चंद लोग धोखेबाज होते है
कसमो वादों की कोई जंजीर देते जाना
आज मुझे तुम अपनी तस्वीर देते जाना
तुम चले जाओगे तो याद बहुत आओगे
जब तुम चले जाओगे तो याद बहुत आओगे