कह रहे हैं यह आंसू बरसते हुए
कह रहे हैं यह आंसू बरसते हुए
ऊँचे ऊँचे मकानों में बसते हुए
एक गरीबन की लड़की पे हस्ते हुए
आपको शर्म आती नहीं
कह रहे हैं यह आंसू बरसते हुए
ऊँचे ऊँचे मकानों में बसते हुए
एक गरीबन की लड़की पे हस्ते हुए
आपको शर्म आती नहीं
क्या हुआ मैं अगर खूबसूरत नहीं
मैं भी इंसान हूँ मिट्टी की मूरत नहीं
क्या हुआ मैं अगर खूबसूरत नहीं
मैं भी इंसान हूँ मिट्टी की मूरत नहीं
आपकी मैं बेहेन बेटी होती अगर
आप पे क्या गुज़रती मैं रोती अगर
हो मेरी सूरत पे ताने यूँ कस्ते हुए
आपको शर्म आती नहीं
कह रहे हैं यह आंसू बरसते हुए
ऊँचे ऊँचे मकानों में बसते हुए
एक गरीबन की लड़की पे हस्ते हुए
आपको शर्म आती नहीं
कीमती मोटरे जगमगाते लिबाज़
महंगी चीज़े है सब आप लोगो के पास
कीमती मोटरे जगमगाते लिबाज़
महंगी चीज़े है सब आप लोगो के पास
इस लिए तुम भला फिर ख़ुदा से डरो
बदनसीबों की परवर दुआं से डरो
हो मेरी मजबूरिओ पे यूँ हस्ते हुए
आपको शर्म आती नहीं
कह रहे हैं यह आंसू बरसते हुए
ऊँचे ऊँचे मकानों में बसते हुए
एक गरीबन की लड़की पे हस्ते हुए
आपको शर्म आती